🔶Open Banking क्या है?
Open Banking – 2025 मे Finance एक न्यू डिजिटल क्रांति से गुजर रहा है Finance सेक्टर का सबसे बड़ा हिस्सा है Open Banking
2025 मे अब Banking सिर्फ बैंक तक सीमित नहीं रही है आज के Time मे आप एक ही App से कई सारे बैंक अकाउंट एक्सेस कर सकते है एक ही प्लेटफॉर्म से Transactions मैनेज कर सकते है और Thard Parti Apps से Financial फैसले ले सकते है
तो ऐसे मे सवाल निकलता है कि आखिर है क्या Open Banking – Open Banking एक ऐसी व्यवस्था है जहां बैंक और फिनटेक कंपनियां ग्राहक की सहमति से बैंकिंग डेटा शेयर करती है ताकि बेहतर सेवाएं दी जा सकें
आज आप इस blog मे जानेंगे
👉 Open Banking किस तरह काम करता है ?
👉 इसकी भारत मे शुरुआत और विकास
👉 Open Banking के Benefits
👉 Open Banking के जोखिम और चुनौतियाँ
👉 Open Banking का भविष्य क्या है
⏳Open Banking किस तरह काम करता है ?
Open Banking के पीछे का मकसद यह है कि Application Programming Interface मतलब एक Software दूसरे Software से Safe तरीके से बातचीत करता है
Process समझें :
👍कस्टमर किसी थर्ड पार्टी App को अपने बैंक अकाउंट एक्सेस की अनुमति डेटा है
👍 बैंक Application Programming Interface के जरिए सीमित डेटा उस App को देता है
👍 यूजर को Real Time सुविधा मिलती है जैसे बैलेंस चेक , Personal Finance Analysis, आटो EMI पेमेंट, और कही सारी सुविधाएं मिलती है
Open Banking कि भारत मे शुरुआत और विकास
भारत मे 2016 मे डिजिटल पेमेंट UPI की शुरुआत के साथ तेज हुआ
इसके बाद Account Aggregator Framework आया जो Open Banking को मजबूत करता है
RBI ने Open Banking को सुरक्षा प्राइवसी और इनोवैशन को ध्यान मे रखते हुए लागू कर दिया
👉Open Banking मे कोंन कोंन शामिल ?
बैंक: HDFC, ICICI, Axis, SBI
फिनटेक कंपनियां: Groww, CRED, PhonePe
Accunt: OneMoney, CAMS Finserv
Open Banking के Benefits
✅ आपको हर Bank का App Download नहीं करना पड़ेगा सिर्फ एक ही App से सब कुछ काम कर सकते है
✅ Personal Finance Insighs मतलब EMI कितना है, किस महीने मे कितना एक्स्ट्रा खर्च – सब कुछ ऑटो ट्रैक
✅ Faster Loan Approvals मतलब कि बैंक आपके Transaction को देखकर Loan कर सकते हैं